Tomato Powder Business: भारत में टमाटर की कीमतें कभी ₹10 किलो तक गिर जाती हैं तो कभी ₹250 किलो तक पहुंच जाती हैं। लेकिन सोचिए अगर एक ऐसा बिजनेस हो जहां टमाटर खराब भी न हो और दाम में उतार-चढ़ाव का असर भी न पड़े? जी हां, आज हम बात कर रहे हैं टोमेटो पाउडर बिजनेस की। यह लेख आपको बताएगा कि टोमेटो पाउडर कैसे बनाया जाता है, इसकी मार्केट डिमांड क्या है, कितनी इन्वेस्टमेंट की जरूरत पड़ती है और सरकार से लोन कैसे लिया जा सकता है।
टमाटर पाउडर बिजनेस क्यों है इतना खास
टमाटर प्रोसेसिंग इंडस्ट्री भारत में लगभग ₹12,000 करोड़ की है और अगले पांच सालों में यह 5% वार्षिक दर से बढ़ने वाली है। अमेरिका, जापान, जर्मनी, रूस और यूएई जैसे देश प्रोसेस्ड टोमेटो प्रोडक्ट्स को तेजी से इंपोर्ट कर रहे हैं। इसलिए भारत में इस बिजनेस का फ्यूचर बेहद उज्ज्वल है।

टोमेटो पाउडर का इस्तेमाल रेडी टू कुक ग्रेवी, पास्ता, नूडल्स, स्नैक्स, नमकीन और होटल-रेस्टोरेंट्स में फ्लेवरिंग एजेंट के रूप में किया जाता है। इसकी खासियत है कि यह लंबे समय तक खराब नहीं होता और स्टोरेज में भी आसान है।
टोमेटो पाउडर कैसे बनता है
टोमेटो पाउडर बनाने की प्रक्रिया आसान है लेकिन क्वालिटी पर ध्यान देना जरूरी है। सबसे पहले लाल पके हुए टमाटरों को धोया जाता है। फिर उन्हें स्लाइस कर ड्रायर मशीन में सुखाया जाता है। सूखने के बाद उन्हें पीसकर पाउडर बना दिया जाता है।
एक दूसरी प्रोसेस में टमाटर को गर्म पानी में ब्लीच करके उसकी पल्प बनाई जाती है। फिर उस पल्प को डिहाइड्रेट कर ठंडी ड्रायर मशीन में सुखाया जाता है और पाउडर तैयार किया जाता है। यह पाउडर 8 से 12 महीने तक खराब नहीं होता।
इस बिजनेस में लगने वाली मशीनें
इस बिजनेस के लिए वाशिंग और कटिंग मशीन, पल्पिंग मशीन, ड्रायर मशीन, पलवाइजर और पैकेजिंग मशीन की जरूरत होती है। ड्रायर मशीन सबसे महत्वपूर्ण उपकरण है, जो टमाटर को सही तापमान पर सुखाकर क्वालिटी पाउडर तैयार करती है।
कितनी इन्वेस्टमेंट की जरूरत होगी
अगर आप छोटे स्तर पर यानी घर से यह बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो लगभग ₹4 से ₹5 लाख की लागत आएगी।
मीडियम स्केल यूनिट के लिए ₹12 से ₹18 लाख की आवश्यकता होगी।
वहीं, बड़े स्तर या एक्सपोर्ट यूनिट के लिए ₹30 लाख से ₹1 करोड़ तक का निवेश लग सकता है।
यह निवेश आपकी लोकेशन, मशीनरी और प्रोडक्शन कैपेसिटी पर निर्भर करेगा।
सरकार से मिल सकता है लोन और मदद
अगर आपके पास पूंजी नहीं है तो चिंता की बात नहीं। भारत सरकार की PMEGP (प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम) और MSME योजना के तहत आप इस बिजनेस के लिए शून्य से ₹1 करोड़ तक का लोन प्राप्त कर सकते हैं। इसके लिए आपको केवल बिजनेस प्लान और यूनिट सेटअप की डिटेल देनी होती है।
मार्जिन और प्रॉफिट का पूरा कैलकुलेशन
1 किलो टोमेटो पाउडर बनाने में 8 से 10 किलो टमाटर लगता है। यदि टमाटर ₹10 किलो के दर से खरीदा जाए तो लागत ₹80 से ₹100 के बीच आती है। तैयार टोमेटो पाउडर बाजार में ₹250 से ₹400 प्रति किलो बिकता है। यानी इस बिजनेस में 20% से 35% तक का मुनाफा बहुत आसानी से कमाया जा सकता है।
फ्यूचर स्कोप: क्यों बढ़ेगी इसकी डिमांड
रेडी टू ईट और रेडी टू कुक प्रोडक्ट्स की मांग भारत ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में बढ़ रही है। होटल, रेस्टोरेंट और पैक्ड फूड इंडस्ट्री में टोमेटो पाउडर की डिमांड लगातार बढ़ रही है। आने वाले समय में यह बिजनेस ग्रामीण इलाकों में किसानों के लिए सबसे बड़ा अवसर बन सकता है।
निष्कर्ष
टोमेटो पाउडर बिजनेस उन किसानों और युवाओं के लिए सुनहरा अवसर है जो कृषि आधारित स्थायी बिजनेस शुरू करना चाहते हैं। इसमें निवेश कम है, लेकिन मार्केट अपार है। अगर इसे सरकारी योजनाओं के सहयोग से शुरू किया जाए, तो यह छोटे शहरों में भी एक बड़ा ब्रांड बन सकता है।
FAQs
Q1. टोमेटो पाउडर बिजनेस शुरू करने के लिए न्यूनतम निवेश कितना चाहिए?
लगभग ₹4 से ₹5 लाख में आप छोटे स्तर पर यह बिजनेस घर से शुरू कर सकते हैं।
Q2. क्या टोमेटो पाउडर खराब होता है?
नहीं, अगर इसे सही तरीके से पैक किया जाए तो यह 8 से 12 महीने तक सुरक्षित रहता है।
Q3. सरकार से लोन कैसे मिलेगा?
PMEGP या MSME योजनाओं के तहत बिजनेस प्लान सबमिट करके ₹1 करोड़ तक का लोन लिया जा सकता है।
Q4. इस बिजनेस में कितना मुनाफा होता है?
औसतन 20% से 35% तक का मुनाफा कमाया जा सकता है, जो सोर्सिंग और क्वालिटी पर निर्भर करता है।









